भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा मंदिर के कपाट 14 दिन बाद विधि-विधान के साथ खोले गए

विकासनगर के कैनाल रोड स्थित भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान के साथ 14 दिन के बाद खोले गए। भगवान जगन्नाथ देव पूर्णिमा स्नान के बाद ज्वर से पीड़ित होने पर एकांतवास (क्वॉरेंटाइन) में चले गए थे। कपाट खोले जाने के मौके पर पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए और सभी की खुशहाली के लिए मन्नत मांगी। प्राचीन मान्यता है कि देव पूर्णिमा के स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा ज्वर से पीड़ित हो गए और निरोग होने के लिए 15 दिनों तक भगवान जगन्नाथ एकांतवास में चले गए थे। भगवान जगन्नाथ मंदिर के पुजारी नवरूप माधव दास दास ने बताया कि मंदिर में एकांतवास पर रहे भगवान जगन्नाथ को जड़ी बूटियों के कहाडे का भोग लगाया गया। क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद मंदिर परिसर में भगवान जगन्नाथ की शोभा यात्रा निकाली गई।