खनन माफियाओं ने दी कोटद्वार की महिला समाजसेवी सुषमा जखमोला को धमकी
कोटद्वार,गढ़वाल का द्वार कहे जाने वाला कोटद्वार वैसे तो राजा भरत की जन्मस्थली से लेकर पौराणिक सिद्धबली बाबा के मन्दिर से प्रसिद्ध है लेकिन आजकल कोटद्वार एक और बात से अधिक प्रसिद्ध हो रहा है वो है कोटद्वार का खनन। वही आजकल कोटद्वार में प्रसिद्ध समाजसेवी एवं पशु प्रेमी सुषमा जखमोला को धमकी देने का मामला सामने आया है आपको बताते चले कि अभी पार्षद सूरज प्रसाद कान्ति को धमकी देने का माला शांत नही हुआ था कि अब सुषमा जखमोला को भी धमकी दी गयी है.
सुषमा जखमोला ने इसके लिए बाकायदा कोटद्वार कोतवाली में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। कोटद्वार में अवैध खनन माफियाओं के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि दो पत्रकारों पर हमले के बाद उन्होंने वार्ड नंबर 6 के पार्षद सूरज कांति को धमकी दी, साथ ही अब गौ माता की सेवा के लिए प्रसिद्ध समाजसेवी का सुषमा ज़ख्मोला को भी धमकी देकर डराने का प्रयास किया गया. सत्ताधारी हिंदूवादी पार्टी के राज में गौ सेवा करने वाली महिला को धमकी मिलना निंदनीय है।
सुषमा जखमोला कहना है कि उन्होंने कोतवाली कोटद्वार में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है और इसके साथ ही अपनी और अपने परिवार की जान माल एवं गौशाला में सेवारत गौसेवको की जान माल की सुरक्षा की मांग की है. सुषमा ने बताया कि उन्हें अपने और अपने परिवार की जान माल का खतरा है.
क्या कहते है पार्षद विपिन डोबरियाल
पार्षद विपिन डोबरियाल का कहना है कि समाजसेवीयों को धमकी देना गलत है. यह बर्दाश्त नही किया जाएगा. कानून को इसके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए. कोतवाली कोटद्वार में कई सिपाही ऐसे है जो ट्रांसफर होने के 02 से 03 माह बाद वापस कोटद्वार आ जाते है और यह वर्षो से यहीं पर जमे है।
खनन कारोबारियों को नहीं है कोतवाली का कोई डर
कोटद्वार में खनन का कारोबार इतना जोरो पर है कि खनन करने वालो को किसी का कोई डर नही रह गया है. आपको बताते चले कि कोटद्वार में खनन को लेकर लगातार लोग मानको की अनदेखी करने का आरोप लगाते रहे है. कोटद्वार में दो पत्रकारों ने जिस तरह खनन के कारोबारियों द्वारा नदियों का सीना चीरा गया वह दिखाया तो उन पर भी हमला हुआ.। उसके बाद कोटद्वार नगर निगम वार्ड 6 के पार्षद सूरज कांति ने जब खनन का लाइव वीडियो दिखाया तो उनको भी जान से मारने की धमकी दी गयी. अब हाल ही में पशुप्रेमी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी सुषमा जखमोला को भी धमकी दी गयी है और उन्होंने इसके लिए सुरक्षा की मांग की है।
आखिर खनन कारोबारी किसकी शह पर लोगो को धमकी दे रहे है ? यह एक बड़ा सवाल खड़ा होता है. इससे तो यह साफ़ मजर आ रहा है कि इस समय कोतवाली का डर न के बराबर लग रहा है. नगर निगम के पार्षद सूरज कांति को दी गई धमकी के बाद अवैध खनन माफियाओं के हौसले और बुलंद हो गए और अब तो वह महिलाओं को धमकी देने लगे हैं इसे देखकर तो लगने लगा है कि शांत व सुरक्षित कोटद्वार अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहा।