पत्रकार विक्रम जोशी ने अस्पताल में तोड़ा दम, परिवार में इंसाफ उठाई मांग

बदमाशों के हमले में घायल पत्रकार विक्रम जोशी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। बीते सोमवार रात पत्रकार पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। जिसमें एसएसपी ने स्थानीय चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है। वही परिजनों ने इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है। उसे पहले से जानकारी थी कि पत्रकार पर जानलेवा हमला होगा, लेकिन उसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया। परिजनों ने मृतक पत्रकार का शव लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि सिर्फ चौकी इंचार्ज ही नहीं बल्कि अन्य पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हैं। बिना पुलिस की सांठगांठ के इस तरह का हत्याकांड मुमकिन नहीं है। पत्रकार की मौत के बाद उनका परिवार मामले में इंसाफ की मांग कर रहा है। परिवार का कहना है कि पत्रकार के गुनहगारों को भी विकास दुबे जैसी सजा मिलनी चाहिए। अब तक नौ बदमाशों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस की छह टीमें इस मामले में काम कर रही हैं। पकड़े गए आरोपियों में से मुख्य आरोपी का नाम रवि है, बताया जा रहा है कि आरोपी रवि और उसके साथियों ने घात लगाकर इस वारदात को अंजाम दिया।