पचास हजार “डस्टबिन बांटने” के अभियान का महापौर ने किया श्रीणेश

*तीर्थ नगरी को मॉडल शहर बनाने के लिए निगम ने बड़ाया मजबूत कदम*
*जीपीएस तकनीक से लैस स्वच्छता वाहनों के जरिए लोगों के घरों से उठेगा कूड़ा-अनिता ममगाई*
ऋषिकेश- नगर निगम ने स्वच्छता मुहिम को लेकर आज से 50 हजार डस्टबिन बांटने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके साथ ही तीर्थ नगरी को मॉडल शहर बनाने की ओर नगर निगम में एक मजबूत कदम आगे बढ़ा दिए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश को साफ और स्वच्छ रखने की मुहिम में नगर निगम प्रशासन प्रतिबद्धता के साथ जुटा हुआ नजर आ रहा है। शहर में घरों से निकली गंदगी सड़कों पर बिखर कर शहर की सुंदरता पर दाग ना लगा सके इसके लिए नगर निगम ने तमाम चालीस वार्डो के प्रत्येक घर में डस्टबिन बांटने का अभियान शुरू किया है। नगर निगम प्रांगण सहित बापू ग्राम स्थित निगम के ग्रामीण क्षेत्र के कैम्प कार्यालय में महापौर ने अभियान का श्रीगणेश लोगों को डस्टबिन बांटकर किया।
नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में अव्वल आने के संकल्प के साथ साथ देवभूमि ऋषिकेश को उत्तराखंड के सबसे स्वच्छ और खूबसूरत शहर बनाने के लिए एक विजन के साथ मुहिम चलाई जा रही है।
घरों की गंदगी सड़कों पर नजर ना आए इसके लिए निगम क्षेत्र के प्रत्येक घर में निगम की ओर से दो-दो निशुल्क डस्टबिन दिए जाएंगे जिसमें लोगों को सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग डालकर रोजाना निगम के स्वच्छता वाहन में डालना होगा। स्वच्छता वाहन में जीपीएस सिस्टम के अलावा हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल भी किया जाएगा जिसके जरिए नियमित रूप से निगम के वाहन घर-घर तक पहुंचकर कूड़ा एकत्र करेंगे।अब शहर वासियों को कूड़ा इधर उधर ना फेंककर उदाहरण पेश करना है।उन्होंने बताया कि कूड़ा अलग अलग देने पर ही इसका निस्तारण संभव है।महापौर ने बताया कि कूड़े के निस्तारण के लिए यूएनडीपी एचडीएफसी बैंक के माध्यम से निस्तारण प्लांट लगा दिया गया है। गीले कूड़े के निस्तारण के लिए कंपोस्ट पिट बनाई जा रही हैं जिससे खाद बनाई जा सकेगी।