हेलीकॉप्टरों की उड़ान को लेकर केदारनाथ वन प्रभाग हुआ सख्त
चमोली– केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के सेंचुरी वाइल्ड लाइफ एरिया में जमीनी सतह से 600 मीटर की ऊंचाई से कम हेलीकाप्टरो की उड़ानो को लेकर केदारनाथ वन प्रभाग सख्त हो गया है। जिसको लेकर वन विभाग के द्वारा केदारनाथ धाम से पंचकेदारों के हवाई दर्शन करवा के बद्रीनाथ धाम की तरफ आने वाली हेलीकाप्टर कंपनियों को सेंचुरी क्षेत्रो में 600 मीटर से अधिक ऊंचाई पर ही हेलीकाप्टर की उड़ानों को निर्धारित करने की हिदायत दी है। पूर्व में हेलीकाप्टर कंपनियों द्वारा तुंगनाथ व रूद्रनाथ के बुग्यालों में हेलीकॉप्टरों के काफी नजदीक से उड़ने की शिकायतें रूद्रनाथ के पुजारियों के द्वारा वन विभाग के सामने आई थी।लेकिन इस बार केदारनाथ वन प्रभाग द्वारा केदारनाथ धाम से संचालित हो रही हेली कंपनियों को बुग्याल क्षेत्रो में कम ऊंचाई पर पर हेलीकाप्टर न उड़ाने की सख्त चेतावनी दी गई है। केदारनाथ वन प्रभाग के उप वन संरक्षक अमित कंवर का कहना है कि केदारनाथ वन्य जीव अभ्यरण के ऊपर से जो हेलीकाप्टर संचालित होते है।उनको लेकर वाइल्ड लाइफ इंस्ट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा अध्यन किया गया था कि वन्य जीव क्षेत्रो में 600 मीटर से ऊपर की ऊंचाई पर हेलीकॉप्टरों को उड़ान भरनी चाहिए।जिसके की वन्य जीवों को किसी तरह की कोई दिक्कते न हो।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर निर्देशो के बावजूद भी हेली कंपनियां नियमो की अवहेलना करती है तो वन्य जीव अधिनियम के तहत सम्बंधित कंपनी के खिलाफ कार्यवाही अमल में ली जाएगी।