कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए प्रशासन ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान को रद्द करते हुए बॉर्डर किया सीज

कोरोना के इस संकट की घड़ी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। स्नान के लिए लोगों को घर पर इस पर्व को सम्पन्न करने को कहा गया है, प्रशासन द्वारा कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर उत्तराखंड बॉर्डर सील कर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। ताकि बाहर से आने वाले यात्री हरिद्वार ना आ सके। इसके साथ ही बॉर्डर पर तैनात कर्मियों को ये भी दिशा निर्देश दिए गए है,कि आवश्यक सेवाओ को सुचारू रखे, जो लोग एम्बुलेंस या अन्य माध्यम से चिकित्सा के लिए आना चाहते है उन्हें किसी प्रकार की असुविधा ना हो। हरिद्वार में होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान को ध्यान में रखकर उत्तराखंड के बॉर्डर पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, दो दिनों के लिए बॉर्डर को अन्य प्रदेशों से आने वाले वाहनों के लिए सील किया गया है। कोविड़-19 बीमारी को देखते हुए इस बार कार्तिक पूर्णिमा स्नान को रद्द कर स्नाननार्थियो को घर पर स्नान व पूजा सम्पन्न करने को कहा गया है। बॉर्डर पर तैनात कर्मियों को उच्चाधिकारियों द्वारा दिशानिर्देश दिए गए है, कि वह हरिद्वार आने वाले स्नाननार्थियो को बॉर्डर से ही वापस भेजे साथ ही अन्य आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखे, चिकित्सा सेवा के लिए आने वाले लोगो को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि कल होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान को मद्देनजर रखते हुए उत्तराखण्ड के नारसन बॉर्डर, मंडावर, काली नदी, लखनौता व खानपुर बॉर्डर को अन्य प्रदेशो से आने वाले वाहनों के लिए सील किया गया है, इसके साथ ही आवश्यक सेवाओं के लिए कर्मियों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए गए है। उन्होंने बताया कोविड-19 के चलते कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को स्थगित किया गया है जिसके मद्देनजर व्यवस्थाएं बनाई गई है, ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके।