5 जून को ऐसा दिखेगा पूर्ण चंद्रग्रहण
5 जून को होने जा रहे चंद्रग्रहण को लेकर एरीज के वैज्ञानिकों की निगाहें टिकी है। जून माह की शुरुआत में ही चंद्र ग्रहण एक सामान्य खगोलिय घटना है। वैज्ञानिक शशि भूषण पांडे ने बताया जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में संरेखित होते हैं तो हम पृथ्वी की स्थिति के आधार पर सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण देखते हैं। चंद्र ग्रहण उस वक्त लगता है जब पूरा चांद निकला हुआ हो और पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाए। इस तरह सूर्य की किरणों को सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती हैं। यह तभी होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा दोनों के बीच आ जाए। 5 जून को होने वाला चंद्रग्रहण चांद, पृथ्वी की हल्की छाया से होकर गुजरेगा। यह भारत समेत यूरोप के अधिकांश भाग, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। 5 जून को रात 11:15 बजे से शुरू होगा। चंद्रग्रहण जून को मध्यरात्रि 12:54 पर चरम पर आकर 2:34 मिनट पर समाप्त होगा। जिसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है। जून पूर्णिमा को होने जा रहे चंद्र ग्रहण को पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण को कई लोगों द्वारा स्ट्राबेरी मून एक्लिप्स भी कहा जाता है। आपको बता दे कि 2020 का पहला चंद्र ग्रहण 10-11जनवरी को लग चूका है इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 5-6 जून, तीसरा चंद्र ग्रहण 4-5 जुलाई को लगेगा व 29-30 नवंबर की 2020 का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा.
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