गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किए जाने के शासनादेश पर विरोध
देहरादून : उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति के कार्यकर्ताओं ने समिति की महिला शाखा की केन्द्रीय अध्यक्ष सावित्री नेगी के नेतृत्व में आज देहरादून में राज्य सरकार द्वारा गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने के शासनादेश पर विरोध दर्ज किया। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री नेगी के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमण्डल जिसमें बिमला रावत, गुड्डी रावत, लक्ष्मी गुसांई, शामिल थे, ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह जी के नाम संबोधित पत्र पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत को सौपते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर गैरसैण को स्थायी राजधानी बनाये जाने के श्री प्रीतम सिंह जी के बयान को आन्दोलनकारियों की भावनाओं का सम्मान बताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पुरोला विधायक राजकुमार, पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व मंत्री अजय सिह, विशेष आमंत्रित सदस्य सुभाष चैधरी, निवर्तमान मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि, महामंत्री पी.के. अग्रवाल, नवीन जोशी, हरिकृष्ण भट्ट, निवर्तमान प्रवक्ता गरिमा दसौनी, संदीप चमोली, भूपेन्द्र नेगी, कमर खान ताबी, अजय रावत, पुष्कर सारस्वत, शोभाराम आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि गैरसैण में राजधानी बुनियादी ढांचा तथा भवन निर्माण का कार्य कांग्रेस पार्टी की देन है तथा कांग्रेस पार्टी कीे श्री विजय बहुगुणा एवं श्री हरीश रावत के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने कार्यकाल में राज्य आन्दोलन की भावना का सम्मान करते हुए गैरसैण में राज्य की राजधानी की नींव रखी तथा गैरसैण में सत्र का आयोजन कर शुरूआत की थी जिसका आज भारतीय जनता पार्टी झूठा श्रेय लेने की चेष्टा कर रही है। उन्हांेने कहा कि भाजपा ने सदैव राज्य निर्माण आन्दोलन की भावना को कुचलने का काम किया है।
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