इन वाहन चालकों को नहीं है कोरोना का डर खुलेआम उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
रुड़की- कोविड-19 के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते डग्गामार वाहन अटाकुट सवारियां भरकर सड़को पर दौड़ रहे है, हालांकि प्रशासन की ओर से ऐसे वाहनों पर कार्यवाही भी की जा रही है लेकिन बावजूद इसके सड़को पर नियम विरुद्ध वाहन सवारियों से भरकर दौड़ते नजर आरहे है। मुजफ्फरनगर से रुड़की तक प्राइवेट वाहनों की भरमार है, कोविड-19 के चलते शासन की ओर से आदेश पारित किया गया था कि वाहनों में सवारियों की संख्या आधी होनी चाहिए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, लेकिन प्राइवेट वाहन इन तमाम आदेशो को ताख पर रखकर नियमविरुद्ध सड़को पर दौड़ रहे है।
मुजफ्फरनगर से रुड़की तक कई डग्गामार वाहन कोरोना संक्रमण में नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए वाहनों का संचालन कर रहे है। वही रुड़की ज्वांइट मजिस्ट्रेट ने छापेमारी की कार्यवाही करते हुए अवैध तरीके से चल रहे 7 वाहनों को सीज भी किया है। बावजूद इसके प्राइवेट वाहन खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे है। दरअसल कोरोना के मद्देनजर गाइडलाइन के तहत ही वाहनों को चलाया जाना है, लेकिन कुछ डग्गामार वाहन अपने फायदे के लिए दूसरों की जान भी जोखिम में डालकर बिना सोशल डिस्टेंस के सवारियों को बैठा रहे है। कई वाहनों के तो कागजात भी पूरे नही और बिना अनुमति के ही सड़को पर दौड़ रहे है। उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी का कहना है कि वाहनों में 50 प्रतिशत ही सवारियां ले जाई जा सकती है और सोशल डिस्टसिंग को ध्यान में रखकर ही यात्रियों को बैठाया जा सकता। लेकिन इन तमाम आदेशो के बाद डग्गामार वाहन अटाकुट सवारियों को भरकर सड़को पर दौड़ रहे है, जिससे एआरटीओ की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे है। इसको देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि वाहनों में चेकिंग नही की जा रही जिससे प्राइवेट वाहन संचालक कोरोना काल मे मौज कर रहे है।