पहाड़ों पर लौटे प्रवासी अब अपने क्षेत्र में तलाश रहे रोजगार के अवसर
देश के प्रधानमंत्री की मुहिम लोकल पर वोकल अब धीरे-धीरे धरातल पर अपना रूप दिखाने लगी है। इसके ही मद्देनजर अब कोरोना संक्रमण के इस दौर में पहाड़ों में लौटे प्रवासी भी अब अपने क्षेत्रों में खुद के लिए रोजगार तराशने लगे हैं। पौड़ी से सटे केवश गांव के ही मनमोहन सिंह रावत नाम के एक प्रवासी ने इसकी शुरुआत कर दी हैं,मनमोहन दिल्ली की एक नामी कंपनी में काम करते थे, मगर लॉक डाउन की इस विकट घड़ी में उन्होंने अपने गांव के पास में ही अपना एक छोटा रिसोर्ट बना लिया है, जिससे ये खुद की आमदनी के साथ-साथ गांव के ही अन्य बेरोजगारों को भी अपने साथ जोरदार रोजगार देने के लिए सक्षम कर रही है। जिसके स्थानीय बेरोजगार युवाओं को भी इससे जोड़ा जा सके। इस रिजोर्ट की विधिवत शुरुवात आज नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम द्वारा कर दी गई। पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने बताया कि पहाड़ की वादियों में पर्यटक को की अपार संभावनाएं हैं, उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि आने वाले समय में जब रेल यात्रियों के लिए सुचारू रूप से जारी हो जाएगी, तो पर्यटकों की आवाजाही भी पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ेगी। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही पर्यटकों को भी ऐसे मनमोहक दृश्य के बीच रात गुजारने का अवसर भी प्राप्त होगा। उम्मीद कि जानी चाहिए कि आने वाले समय में प्रदेश सरकार भी ऐसे प्रवाशियो की मदद के लिए आगे आएगी। जिससे प्रवासी खुद के साथ-साथ सरकार की रोजगारपरक योजनाओं का लाभ उठाकर पहाड़ों में ही रोजगार करके बंजर होते खेतों और वीरान होते गांवों को आबाद कर पाए।