विश्व बैंक की भविष्यवाणी हो रही सच क्या है पूरा मामला पढ़िए यह खबर

नई दिल्ली : विश्व बैंक ने चार महीने पहले भविष्यवाणी की थी कि प्रति व्यक्ति आय में तेजी से गिरावट आएगी। करोड़ों लोग घोर गरीबी के शिकार हो जाएंगे। विश्व बैंक ने हाल ही में इसका आकलन किया है कि वर्ष 2021 के अंत तक ऐसी ही खराब स्थिति बनी रहेगी। इसने घोर गरीबी की स्थिति में रहने वाले विशेषकर दक्षिण एशिया और सहारा रेगिस्तान से लगे अफ्रीकी लोगों के लिए रणनीतियों और विकास योजनाओं में बदलाव का आह्वान किया है। वास्तव में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने भारत के लिए और गंभीर स्थिति की भविष्यवाणी की है। मोटे तौर पर अनुमान जताया है कि रोजगार के नुकसान को देखते हुए 40 करोड़ श्रमिक देश में अत्यधिक गरीबी की स्थिति में रहने के लिए मजबूर होंगे। एशियाई विकास बैंक और फिच जैसी रेटिंग एजेंसियों के साथ-साथ विश्व बैंक ने भी यह अनुमान लगाया है कि घरेलू वित्तीय क्षेत्र में 9-9.6 प्रतिशत की गिरावट आएगी।