पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उनको दी श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति स्व. डा. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर याद दिया गया। इस मौके पर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। आवास विकास स्थित-विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विवेकानंद योगसभागर में डॉ. ए .पी .जे .अब्दुल कलाम (मिसाइल मैन) की जयंती पर सभी शिक्षकों ने उन्हें किया स्मरण। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय व शिक्षक चन्द्रप्रकाश डोभाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर व माँ सरस्वती के चित्र पर एवं डॉ .ए .पी .जे अब्दुल कलाम के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक वीरेन्द्र कंसवाल ने उनके बारे में अपने विचार रखते हुए बताया कि अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम ,इन्हे मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है। कार्यक्रम में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता नरेन्द्र खुराना ने भी मिसाइल मैन के बारे में कहा कि वह बच्चों से बहुत प्यार करते थे उनका कहना था कि अगर सपनों को सच करना है ,तो पहले उन्हें देखना होगा। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य ने सभी को मिसाइल मैन की प्रेंरणा से कराया रूबरू “उनसे हमे यह शिक्षा सैदव मिलती रहती है ,जिस काम को करने की ठान ली वह उसे करके ही रहते थे, हमे भी उसी प्रकार से अच्छे कार्यो को एक बार करने का प्रण अगर मन मे ले लिया तो उसे पूर्ण करके ही छोड़ना चाहिए। परीक्षा प्रभारी सतीश चौहान व कर्णपाल बिष्ट ने जयन्ती पर संयुक्त रूप से बताया कि भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जाने माने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।