14 माह से घर से गायब किशोर जब लौटा घर तो झलके परिजनों के आंसू

खानपुर — 14 माह पहले घर से गायब हुए किशोर की शक्ल देखते ही परिजनों के आंसू झलक उठे। परिजनों ने अपने खोए हुए बेटे को पाकर खुशी का इजहार किया है । परिजन अपने लख्ते जिगर के टुकड़े को साथ लेकर घर के लिए रवाना हो गए हैं। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद उन्नाव अंतर्गत ग्राम शफीपुर निवासी कमलेश का 14 वर्षीय पुत्र मिथिलेश 14 माह पहले मेला देखने के लिए गांव के पास ही गया था लेकिन उसे देर हो गई जिस पर परिजनों द्वारा उसे फोन कर डांट लगाई गई परिजनों की डांट से घबराकर वह अपनी नानी के यहां जाने के लिए रेल में बैठ गया। लेकिन उसने रेल को गलत चुन लिया। जिसके चलते वह ढंडेरा रेलवे स्टेशन पर उतर गया बताया गया है कि रेल से उतरने के बाद वह ढंड़ेरा पहुंचा और कुछ लोगों को सड़क पर घूमता दिखाई दिया इसी दौरान ढंडेरा निवासी इमरान ने किशोर को अपने पास बुलाया और उससे पूरी जानकारी चुकाने के बाद ही उसने उसे अपने दफ्तर पर रख लिया तभी से वह निश्चित इमरान के दफ्तर पर रहा था इसी दौरान इमरान ने बालक के परिजनों तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया सोशल मीडिया द्वारा उसको बालक के परिजनों की बाबत जानकारी मिल गई जिस पर इमरान ने बालक को उसके परिजनों तक पहुंचाने की ठान ली जैसे ही बालक के परिजनों को उसके जिंदा होने की जानकारी मिली तो वह खुशी से झूम उठे बृहस्पतिवार की सुबह बालक की माता फूल दुलारी पिता कमलेश और दादा रामपाल ढंडेरा पहुंचे और 14 माह पहले गायब हुवे अपने बच्चे को देखकर उनकी आंखों से आंसू छलक उठे इस दौरान बालक की माता फूल दुलारी ने बताया कि उन्होंने बालक के जिंदा होने की आज छोड़ दी थी लेकिन राव इमरान की मेहनत रंग लाई जिसके चलते उन्हें उनका खोया हुआ पुत्र 14 माह बाद मिल गया है उन्होंने इमरान की भूरी भूरी प्रशंसा की है बताया गया है किचन बालक को लेकर घर के लिए रवाना हो गए..