एक-दूसरे पर निर्भरता और सामंजस्य ही उन्नत समाज की आधारशिला
ऋषिकेश–परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने आज एकजुटता (साॅलिडेरिटी़) हेतु मनाये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर कहा कि वर्तमान समय में पूरे विश्व को एकजुट होने की जरूरत हैं। कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को समझा दिया कि साझा हितों, उद्देश्यों और एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति को बनाये रखने के लिये एक साथ आना और मिलकर कार्य करना ही एक समाधान है। पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि विश्व के अधिकांश देश एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना महामारी के कारण परेशान है, ऐसे में एकजुटता और सामाजिक सामंजस्य ही समाधान है। सभी राष्ट्र सार्वभौमिक हितों के लिये एक दूसरे के साथ मिलकर कार्य करें यही तो नैसर्गिक नियम भी है। सामाजिक एकजुटता के नैसर्गिक नियम को हमने कुछ हद तक भूला दिया था, कोरोना ने आकर फिर हमें याद दिलायी कि यदि पृथ्वी पर जीवित रहना है तो अपने मूल और मूल्यों से जुड़ें रहना होगा। एक-दूसरे पर निर्भरता और सामंजस्य ही उन्नत समाज की आधारशिला है।