मुस्लिम संगठन फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान पर अपना विरोध जता रहे हैं

रुड़की- फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के बयान को लेकर दुनिया भर में मुस्लिमों का आक्रोश बढ़ रहा है। मुस्लिम संगठन फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान पर अपना विरोध दर्ज करा रहे है। इसी कड़ी में हरिद्वार जिले की मुस्लिम विख्यात तंजीम “अंजुमन गुलामाने मुस्तफ़ा सोसायटी रजि. की कलियर इकाई ने भी फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान की निंदा की है, उन्होंने कहा कोविड 19 के चलते वह सड़को पर उतर कर विरोध प्रदर्शन नही करेंगे बल्कि हज़रत मोहम्मद साहब की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार कर अमनो सुकून शांति का पैगाम देंगे।
पिरान कलियर स्थित एक गैस्ट हाउस में “अंजुमन गुलामाने मुस्तफ़ा सोसायटी रजि. के सेकेट्री हाजी चौ.शादाब कुरैशी व कलियर इकाई के पदाधिकारी गुलशाद सिद्दीकी, सूफी राशिफ साबरी ने एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया, इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा (स.आ.व.) की शान में गुस्ताखी प्रकरण को लेकर निंदा की गई। सोसायटी के सचिव हाजी चौ. शादाब साबरी ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब हमारे नबी और अल्लाह के महबूब है और मानवीय मूल्यों के उच्चतम शिखर को स्थापित करते हैं। इसलिए हम क्या दुनिया का कोई भी मुसलमान प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए प्रेस (मीडिया) के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करा रहे है, इसके साथ ही उन्होंने बताया कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस प्रकरण को लेकर संगठन की ओर से कोई धरना-प्रदर्शन या जलसा नही किया जाएगा, क्योंकि ऐसा करने से क्षेत्र का माहौल खराब होना और अशांति फैलने का खतरा हो सकता है, शादाब साबरी ने बताया अंजुमन पूर्णता पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षा और उनके द्वारा पूरी मानवता की भलाई के लिए जो महान कार्य किए गए हैं, उनके प्रचार प्रसार की समर्थित संस्था है। अंजुमन विरोध प्रदर्शन न कर प्यारे आका मोहम्मद साहब की शिक्षिकाओं और तालीम को आम करेगी इसके लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार प्रसार किया जाएगा साथ ही अंजुमन एक पुस्तक छापे की जिसमें पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की तालीम और संपूर्ण मानव जाति को उनके द्वारा इंसानियत, मोहब्बत, प्रेम, भाईचारे और दया का जो मार्ग दिया गया है, उसे जन जन तक पहुंचाने का काम करेगी, जो जिलेभर में सैकड़ो की तादात में निशुल्क वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया पुस्तक का टाइटल “प्रोफेट मोहम्मद सल्लाहु अलैहि वसल्लम द हाइट ऑफ पीस एंड मर्सी जिसका हिंदी अनुवाद पैगंबर मोहम्मद सल्लाहु अलैहि वसल्लम शांति और दया की ऊंचाइयां है।