कोटद्वार निगम का ट्रंचिंग ग्राउंड लोगों के लिए बना बड़ी मुसीबत
कोटद्वार: पौड़ी जिले के कोटद्वार नगर में कूड़ा निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश के समय बना ट्रंचिंग ग्राउंड लोगों के लिए अब मुसीबत का सबब बन गया है। नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 80 टन कूड़ा एकत्रित होता है। जिसके निस्तारण के लिए निगम के पास पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है। ट्रंचिंग ग्राउंड से निकलती दुर्गंध ने झूला बस्ती, मुक्तिधाम, राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। कई बार लोगों ने ट्रंचिंग ग्राउंड के उचित प्रबंधन के लिए आंदोलन भी किया लेकिन हर आंदोलन बेअसर साबित हुआ।
पूर्व नगरपालिका के समय का बना ट्रंचिंग ग्राउंड अब नगर निगम के कूड़े निस्तारण लिए छोटा पड़ गया है। पहले नगर पालिका छोटी थी। लेकिन अब नगर निगम में पूरा कोटद्वार, भाबर, सिगड्डी क्षेत्र तक सम्मिलित कर दिया गया है। इस बढे़ हुए क्षेत्रफल का तत्काल संज्ञान लेते हुए इस ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए पर्याप्त भूमि की व्यवस्था कर ट्रंचिंग ग्राउंड को यहां से अन्यत्र शिफ्ट कर देना चाहिए।
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आजतक किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या जनप्रतिनिधियों द्वारा इस विषय मे कोई खास काम नही किया गया जिसका नतीजा आज कोटद्वार के लोगो को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान समय मे नगर निगम के नवनियुक्त नगर आयुक्त पीएल शाह द्वारा जिस प्रकार से कोटद्वार नगर निगम में कार्य किया जा रहा है।उससे कोटद्वार के लोगो की उम्मीद बढ़ गयी है, कि शायद अब कोई चमत्कार हो जाये इस विषय मे जब नगर आयुक्त से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि हमने नगर निगम के ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए दो प्रस्ताव बनाए है एक तो फॉरेस्ट लैंड है। जो कि हल्दूखाता पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास है। उसका प्रस्ताव डीएफओ स्तर पर लंबित है। दूसरा प्रपोजल सिगड्डी स्थित सिडकुल की जमीन के लिए बनाया है। हमने सिडकुल को 2 हेक्टेयर भूमि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए ट्रांसफर करने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है