देहरादून में प्रॉपर्टी फर्जीवाड़े का एक अजीब-ओ-गरीब, सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रॉपर्टी फर्जीवाड़े का एक अजीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है। मामला रायपुर थाना क्षेत्र का है। यहां 600 गज के प्लॉट को बेचने के लिए दिल्ली के दो व्यक्तियों ने फर्जीवाड़ा किया है। दोनों ने जमीन के मालिक के फर्जी कागजात बनाकर लाखों की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में दिल्ली रोहिणी के रहने वाले रोहन त्यागी उर्फ राहुल शर्मा को गिरफ्तार कर देहरादून कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से उसे जेल भेज दिया गया है. जबकि फरार चल रहे दूसरे आरोपी रवि शर्मा की तलाश की जा रही है। रायपुर पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार कर जेल भेजे गए रोहन त्यागी उर्फ राहुल शर्मा और उसके सहयोगी रवि शर्मा ने देहरादून के रहने वाले दिलीप सिंह नाम के व्यक्ति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व पैन कार्ड जैसे दस्तावेज तैयार कर वारिस बनने का षड्यंत्र रचा है. इसके बाद दोनों आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मेरठ के रहने वाले लोगों को 600 गज का प्लॉट 51 लाख रुपए में बेचने का सौदा तय किया।
रायपुर के नथुआवाला में जिस जमीन को बेचने का सौदा किया गया, उसमें आरोपी रोहन त्यागी और उसके सहयोगी रवि शर्मा ने मेरठ के खरीदारों से एडवांस के तौर पर ₹ 9.80 लाख हड़प लिए।
उधर, जब जमीन की रजिस्ट्री का समय आया तो खरीदारों को पता चला कि प्लॉट का असली मालिक दिलीप सिंह जिंदा है। यह भी पता चला कि दिलीप सिंह का राहुल या रोहन नाम का कोई पुत्र नहीं है। पता चला कि दिल्ली रोहिणी सेक्टर-5 के रहने वाले रोहन और रवि ने लॉकडाउन के दौरान फर्जी तरीके से जीवित व्यक्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर खुद को वारिस बनने का खेल रचा।
मामले में शिकायत के आधार पर प्लॉट बेचने का फर्जीवाड़ा करने वाले दिल्ली के दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 और 120-बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मुख्य आरोपी रोहन त्यागी उर्फ राहुल शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि दूसरे आरोपी रवि शर्मा की तलाश की जा रही है।