एडीजी अशोक कुमार 30 नवंबर को संभालेंगे डीजीपी का पदभार
देहरादून–वर्तमान में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का चार्ट संभाल रहे अशोक कुमार 30 नवंबर को डीजीपी का पदभार ग्रहण करेंगे। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। वहीं शुक्रवार को देर सायं शासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। अशोक कुमार अभी महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) का जिम्मा संभाल रहे हैं। वह मौजूदा पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी का स्थान लेंगे। पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी का कार्यकाल आगामी 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। गत 12 नवंबर को संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली ने उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक के लिए तीन नामों का पैनल तैयार किया। इसमें 1986 बैच के आइपीएस एमए गणपति, 1989 बैच के अशोक कुमार व 1990 बैच के आइपीएस वी विनय कुमार का नाम शामिल था। एमए गणपति अप्रैल 2016 में उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक रह चुके हैं। तकरीबन एक साल व एक माह तक इस पद पर रहने के बाद वह केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चले गए। अभी वह केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग में सुरक्षा विंग के महानिदेशक पद पर कार्यरत हैं। वी विनय कुमार हाल ही में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए हैं। संघ लोक सेवा आयोग के पैनल में शामिल नामों में से अशोक कुमार को उत्तराखंड का नया पुलिस महानिदेशक बनाने की शासन ने मंजूरी दे दी। वह उत्तराखंड के 11वें पुलिस महानिदेशक होंगे। शुक्रवार देर शाम सचिव गृह नितेश कुमार झा ने इस संबंध में आदेश जारी किए। वर्तमान महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी की सेवानिवृत्ति के बाद अशोक कुमार 30 नवंबर को दोपहर बाद पदभार ग्रहण करेंगे। अशोक कुमार राज्य के 11वें डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) होंगे।
आईपीएस अशोक कुमार वर्ष 1989 के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। अपने लगभग तीन दशक के सेवाकाल में अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड पुलिस, आईटीबीपी और बीएसएफ के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। बीते वर्षों में उन्होंने कई विषयों पर पुस्तकें भी लिखीं, जिनमें उनकी “खाकी में इंसान” बेहद प्रसिद्ध रही है। आईपीएस अशोक कुमार की पहली पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में बतौर एएसपी हुई थी। उच्च पद पर होने के बाद और अपने मानवीय पहलू को उजागर करने के लिए देश में कई उदाहरण हैं। इन्हीं में से एक आईपीएस अशोक कुमार का नाम भी है। विभाग के लिए उनके समर्पण भाव को हर कोई जानता है, लेकिन उनके मानवीय पहलू से हर वो पीड़ित वाकिफ है जो इनके दर पर अपनी पीड़ा को लेकर पहुंचा है। क्योंकि, आईपीएस अशोक कुमार ने हर पीड़ित की उसकी उम्मीद से बढ़कर मदद की है। जहां तक उनके कार्यकाल की बात है तो वे इन तीन दशकों में इलाहाबाद के बाद अलीगढ़, रुद्रपुर, चमोली, हरिद्वार, शाहजहांपुर, मैनपुरी, नैनीताल, रामपुर, मथुरा, पुलिस मुख्यालय देहरादून, गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के आईजी के पद पर रह चुके हैं। इनके अलावा आईपीएस कुमार सीआरपीएफ और बीएसएफ में भी प्रतिनियुक्ति पर रह चुके हैं। इन सभी जगहों पर उन्होंने अपने व्यक्तित्व की अमिट छाप छोड़ी है। आईपीएस कुमार वर्तमान में डीजी कानून व्यवस्था उत्तराखंड के पद पर हैं। वे आगामी 30 नवंबर को डीजीपी उत्तराखंड का पदभार ग्रहण करेंगे