नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने पलटा पूर्व मुख्यमंत्री के फैसलों को

उत्तराखंड की कमान भाजपा ने नए मुखिया के हाथ क्या सौंपी पुराने फैसले को पलटने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रदेश की कमान संभालने के बाद सबसे पहले तीरथ सिंह रावत ने कुंभ में लोगों को नहीं रोके जाने के निर्देश जारी कर दिये हैं। उसके बाद अब कुंभ में करोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने के निर्णय को भी पटल दिया है। इतना ही नहीं त्रिवेंद्र सरकार ने अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कुंभ में लिए जो स्पेशल बसें संचालित नहीं करने का फरमान सुनाया था। उनको तीरथ ने उसे भी पलट दिया है। उसके संकेत खुद नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने दिए हैं। गैरसैंण में आयोजित बजट सत्र के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सत्र के दौरान के गैरसैंण में तीसरी कमिश्नरी बनाने का ऐलान किया था। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी देखने को मिली थी। खासकर उन जिलों के लोगों में जिन जिलों को इस कमिश्नरी में शामिल किया गया था। इसको लेकर सीएम तीरथ सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। गैरसैंण कमिश्नरी घोषित किए जाने को लेकर लोगों से चर्चा के दौरान फैसला बदलने का विचार किया जा सकता है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा पर विचार किया जाएगा। अल्मोड़ा के भाजपा नेताओं में भी गैरसैंण कमिश्नरी को लेकर भारी गुस्सा है। वही देवस्थल बोर्ड का फैसला भी विचार करने को लेकर मंथन किया जा रहा है। जिसका राज्य में पुरोहितों ने जबरदस्त विरोध किया था यहां तक कि भाजपा नेता सब सब्राह्मण स्वामी ने भी त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कोर्ट में केस तक लड़ा था। बावजूद त्रिवेंद्र सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया पुरोहितों में अब भी इस फैसले को लेकर काफी गुस्सा दिख रहा है अगर यह फैसला वापस नहीं लिया जाता है तो भाजपा को बड़ा लाभ मिल सकता है