हरिद्वार में महाकुंभ मेले की विधि पूर्वक पूजा अर्चना के साथ हुई शुरुआत

धर्म नगरी हरिद्वार में महाकुंभ मेले की विधिवत शुरुआत हो गई है। सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक कुम्भ मेले का आयोजन होगा। इस बीच 12, 14 और 27 अप्रैल को तीन शाही स्नान होंगे। मेले को सकुशल संपन्न कराने की कामना को लेकर कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत और आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने हर की पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर मां गंगा की पूजा अर्चना और दुग्ध अभिषेक किया।
इस दौरान मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कुम्भ मेला हमेशा से एक बड़ी चुनौती वाला आयोजन है इसे निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिए उन्हें सभी की सहायता की जरूरत है। सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन करना सभी के लिए जरूरी है। मेला क्षेत्र में प्रवेश करने के रास्तों पर 9 चेक पोस्ट बनाई गई है। एसओपी के अनुसार 72 घंटे पहले की आरटीपीसीर टेस्ट की नेगेटिव रिर्पोट लाना भी सभी के लिए आवश्यक है और जनता के स्वास्थ्य के लिए तो बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।
वही आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने कहा कि कुंभ मेले में आने वाले लोगों को एस ओ पी का पालन जरूर करना होगा। इसके लिए उनके द्वारा बनाई गई सभी 9 चेक पोस्ट पर स्थानीय पुलिस, कुंभ मेला पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। 72 घंटे पहले की rt-pcr टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से करो ना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराना बड़ी चुनौती है। इसलिए जितने भी बॉर्डर है वहाँ सख्ताई बरती जा रही है। जो लोग rt-pcr की टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं ला रहे हैं उन्हें बॉर्डर से ही वापस भेजा जा रहा है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग स्थानीय लोग हैं और डेली अप डाउन करते हैं उनके लिए नियमों में छूट की गई है। बिना टेस्ट वाले लोगों के लिए बॉर्डर पर ही कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की गई है लेकिन यह व्यवस्था लिमिटेड है इसलिए जो लोग हरिद्वार आ रहे हैं उन्हें आरटी पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर हरिद्वार आना होगा।