बाबा केदारनाथ के धाम पहुंचे पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया
जनसभा स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्यपाल गुरमीत सिंह मंत्री धन सह रावत प पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्री हरक सिंह रावत मंत्री यतिस्वरानंद ने उनका स्वागत किया। वहीं प्रधानमंत्री ने तमाम निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी कियाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन जय बाबा केदार से शुरू किया प्रधानमंत्री ने कहा कि दैवीय आभा से सुसज्जित इस पवित्र कार्यक्रम में आने का मौका मिला प्रधानमंत्री ने बताया कि आज सभी मठो सभी ज्योतिर्लिंगों में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हुआवही उन्होंने साफ कहा कि हमारे उपनिषदों में साफ तौर पर कई बार कहा गया है कि कुछ अनुभव इतने अलौकिक होते हैं उन्हें शब्दो से नही व्यक्त किया जा सकता।पीएम बोले बाबा केदार में आकर बेहद अलग अनुभूति होती है जो बरबस मुझे अपनी तरफ खींच लेती है , उनके अनुसार में कल सेना के जवानों के बीच था वही गोवर्द्धन पूजा के दिन मुझे बाबा केदार के दर्शन का मौका मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी बोले आदि शंकराचार्य के सामने बैठकर मुझे आदि शंकराचार्य के नजरो से तेज पुंज नजर आ रहा था उनके समाधि स्थल का निर्माण किया गया उनके अनुसार गरूड़ चट्टी से मेरा विशेष लगाव है सरस्वती के घाट , मंदाकनी पर पुल बनाकर यात्रा सुगम होगी।
कहा आपदा आई तो लोग पुरोहितो के कमरों में रहते थे पुरोहित श्रद्धालुओं का जमकर स्वागत करते थे उनके अनुसार अब सुविधाओ का निर्माण हो रहा है चाहे अस्पताल हो या फिर रेन सेंटरों का निर्माण किया गया जिससे बाबा केदार की उनकी यात्रा जमकर हो सकेगा।
कहा मैंने आपदा को अपनी आँखों से देखा था उनके अनुसार लोग पूछते थे कि केदार का फिर से निर्माण हो सकेगा लेकिन मैंने कहा था होगा और आज वो सपना पूरा हुआ , कहा भगवान केदार संतो के आशीर्वाद ने और इस मिट्टी ने हवाओ ने मुझे पाला पोसा , उसकी सेवा करने का मौका मुझे मिला इससे।बड़ी बात कही नहीं हो सकती ।कहा इस पुनीत प्रयास के लिए उत्तराखंड सरकार का ऊर्जावान युवा मुख्यमंत्री धामी जी का मैं धन्यवाद करता हूँ उनके अनुसार बर्फबारी के बीच भी हमारे श्रमिक भाई बहनों ने माइनस के टेम्प्रेचर में भी काम करते रहते थे।
पीएम के अनुसार मैं लगातार ड्रोन के माध्यम से यहाँ के निर्माण कार्यो को मैं देखता रहा हूँ उन्होंने तमाम पुजारियों और रावल को धन्यवाद दिया। वही आदि शंकराचार्य के जीवन पर भी प्रधानमंत्री ने चर्चा की उनके अनुसार कम उम्र में ही उन्होंने जो ज्ञान पाया और उसे लोगो तक पहुचाया उनके अनुसार वो साक्षात शंकर के स्वरूप थे उनके अनुसार जो कल्याण करे वो ही शंकर हैं। कहा मैं विद्वान नहीं हूँ केवल सरल भाषा मे अपनी बात समझता हूँ और समझाता हूँ उनके अनुसार भारत के ज्ञान की परंपरा को आदि शंकराचार्य जी ने फिर शुरू किया।
के अनुसार हमारे आध्यात्मिक चेतना को मठों ने संरक्षित किया हुआ है उनके अनुसार आदि शंकराचार्य ने भारतीय परंपरा में प्राण फुके उनके अनुसार मत होने पीढ़ी दर पीढ़ी मार्गदर्शन देने का काम कियाका हमारी ओर से विरासत को अब वैसा ही देखा जा रहा है जैसा इनको देखा जाना चाहिए था उनके अनुसार अयोध्या को उसका गौरव सदियों को बाद वापस मिल रहा है अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन पूरे देश ने देखा है विश्वनाथ मंदिर का निर्माण भी पूर्णता की ओर है
उनके अनुसार देश अपने पुनर्निर्माण के लिए नई अंगड़ाई ले रहा है अब देश कड़े लक्ष्य तय भी करता है , केवल समय ही नहीं समय की सीमा भी हम निर्धारित करते है
कहा कई बार लोग सवाल करते है कि होगा कि नहीं होगा बनेगा कि नही बनेगा तब मैं कहता हूँ समय मे बंधकर डर जाना अब भारत को मंजूर नहीं
हुनर देशवासियों से आग्रह किया किया स्वाधीनता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों को देखने के साथ साथ ऐसे पवित्र स्थानों में भी ज्यादा से ज्यादा जाए नई पीढ़ी को लेकर जाए मां भारती का साक्षात्कार करें उनके अनुसार आजादी के अमृत काल में स्वतंत्रता को मनाने का यह भी एक काम हो सकता है इसको सोच कर निकल पड़ियेका एक नागरिक के तौर पर हमें इन पवित्र स्थानों पर दर्शन करने के लिए जाना चाहिए कहा दवभूमि के प्रति असीम श्रद्धा रखते हुए यहां पर असीम संभावनाओं पर विश्वास करते हुए आज उत्तराखंड की सरकार पूरी ताकत से जुड़ी है चार धाम सड़क पर योजना पर तेजी से काम हो रहा है चारों धाम हाईवे से जुड़ रहे हैं भविष्य में यहां केदारनाथ जी तक श्रद्धालु कार से आ सके इसकी भी कोशिश शुरू हो गई है हेमकुंड साहब के दर्शन शुभम हो उसके लिए भी रोपवे बनाने की तरफ काम शुरू हो गया है रेल पहुंचने का काम भी तेज हो गया है।
उनके अनुसार इन तमाम कार्यों से उत्तराखंड को उत्तराखंड के पर्यटन को बहुत फायदा होगा कहा पिछले 100 सालों में जितने श्रद्धालु आए हैं आने वाले 10 सालों में उससे ज्यादा पर्यटक और श्रद्धालु केदारनाथ आएंगे चार धाम आएंगे 21वीं शताब्दी का दशक उत्तराखंड का दशक है यह लिखकर रख लीजिए।