खेल मंत्री ने अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट प्रतियोगिता का किया शुभारंभ
*देहरादून*: प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री परेड ग्राउंड स्थित नवनिर्मित बहुउद्देशीय हॉल पहुंची जहां उन्होंने अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट(पुरुष व महिला) 2022-23 की पांच दिवसीय प्रतियोगिता का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। इस दौरान उत्तराखंड की संस्कृति को दर्शाते हुए कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये। शुभारंभ पश्चात सभी टीमों द्वारा मार्च पास्ट किया गया व सलामी ली गई,साथ ही सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया गया।
प्रतियोगिता का आयोजन 20 फरवरी से 24 फरवरी तक किया जाएगा। वही इस टूर्नामेंट में कुल 18 राज्यों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं जिसमें पुरूष व महिला खिलाड़ी सम्मलित हैं। खेल मंत्री ने कहा कि इस दौरान उन्हें महिला कबड्डी टीमों के मध्य शानदार मैच देखने का अवसर प्राप्त हुआ इसके साथ ही उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं व बधाई देने के साथ ही सभी से खेल भावना के साथ खेलने की बात कही। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि कबड्डी खेलने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हमें ज्यादा बीमारियां नहीं होती हैं। कबड्डी भारत का सबसे प्राचीन खेल है और ये खेल अब भी बहुत प्रसिद्ध है। कबड्डी का खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होता है जहां आज हमारे खिलाड़ी पदक जीतकर देश व अपने प्रदेश का नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कबड्डी खेलने के लिए शरीर में स्फूर्ति और चपलता की जरूरत होती है।
यह खेल शतरंज की तरह ही दिमाग से खेले जाने वाला खेल है। यह खेल हमें अनुशासन में रहना सिखाता है साथ ही इस खेल को खेलने से भाईचारे की भावना पैदा होती है। कहा कि खेलना महत्वपूर्ण है जीत हार महत्वपूर्ण नहीं है। खेल स्वस्थ मन के लिए खेलना चाहिए। कबड्डी हमारे देश का पुराना खेल है जो राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। मेरा विश्वास है कि हमारे ये खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन करेंगे। इस अवसर पर राजपुर विधायक खजानदास,सचिव खेल दीपेंद्र चौधरी, अपर सचिव/निदेशक खेल जितेंद्र सोनकर,संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट,संयुक्त निदेशक युवा कल्याण अजय अग्रवाल,उपसचिव खेल धीरेंद्र कुमार,जिला क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती शबाली,प्रधानचार्य महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून राजेश ममगाई सहित विभागीय अधिकारी एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।