आज भी सड़क की राह देख रहा ये गांव

रुद्रप्रयाग: जिले में कई दूरस्थ गांव ऐसे भी हैं, जो अभी तक सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाए हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नहीं हो पा रहा है। वहीं गांवों से लगातार पलायन जारी है। तहसील मुख्यालय ऊखीमठ से मात्र पांच किमी दूर स्थित सरूणा गांव के ग्रामीण वर्षों से मोटरमार्ग निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन आज तक मोटर मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया है। मोटरमार्ग के अभाव में ग्रामीणों को तीन किमी खड़ी चढ़ाई पार करके रोजमर्रा की सामग्री ढ़ोनी पड़ती है।
कई बार बीमार लोगों को चिकित्सालय पहुंचाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्थिति यह है कि ग्रामीण अपनी बहू-बेटियों को प्रसव के लिए दूसरी जगह भेज देते हैं। सरूणा गांव के ग्रामीणों ने सड़क नहीं तो वोट नहीं की चेतावनी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि 2022 के चुनाव से पूर्व गांव सड़क से नहीं जुड़ता है तो चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा और किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।