अंतिम वर्ष की सेमेस्टर-वार्षिक परीक्षा के विरोध में छात्रसंघ का क्रमिक अनशन

कोरोना काल में यूजीसी द्वारा अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने अंतिम वर्ष की सेमेस्टर-वार्षिक परीक्षा के विरोध में छात्रसंघ भवन पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। अनशनकारी छात्र सभी को सामान्य तरीके से प्रमोट करने की मांग पर अड़े हैं। समाजवादी छात्र सभा से जुड़े छात्रनेता अजय यादव और अविनाश विद्यार्थी की अगुवाई में छात्रों ने यह मांग उठाई है। छात्रों ने कहा की कोरोना काल में छात्र परीक्षाओं के लिए आएंगे तो उससे संक्रमण फैलाने का खतरा रहेगा। ऐसे में यूजीसी और सरकार से हमारी मांग है की सभी छात्रों को प्रमोट किया जाए। वर्ना यह क्रमिक अनशन आगे भी चलता रहेगा। अनशनकारी छात्रों ने कहा की हमारी प्रमुख मांगे सभी छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने की है। इसके अलावा ऑनलाइन कक्षाएं तभी चलें, जब प्रत्येक छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन दो जीबी डाटा इंटरनेट और एक लैपटॉप दिया जाए। जब तक कक्षाएं नहीं चलेंगी, तब तक परीक्षाएं नहीं होंगी। साथ ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कोरोना से निपटने के लिए सेनिटाइजेशन टनल मशीन व थर्मल टेस्टिंग यंत्र सभी विभागों और कार्यालयों व सभी छात्रावासों में उपलब्ध कराने की मांग की है। अनशनकारी छात्रों ने कहा की अगर समय रहते विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार ने अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला नही लिया तो आने वाले दिनों में छात्र एक बड़े आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए मजबूर होंगें।