पालतू जानवर का ये काम बना सोशल मीडिया में चर्चा का विषय, लोगों को कर रहा जागरूक
कोरोना काल में पालतू जानवरों की माक्स लगाए तस्वीरें आपने सोशल मीडिया पर खूब देखी होगी, ऐसी ही एक तस्वीर रुड़की शहर में भी खूब चर्चाओं का विषय बनी हुई है। दरअसल ईद-उल-अजहा का त्यौहार नजदीक है, और इसके लिए बकरों की खरीद-फरोख्त का काम चल रहा है। यूं तो तमाम जगहों पर बकरों की भरमार देखी जा सकती है लेकिन रुड़की के ये बकरे जहाँ कोविड-19 में जागरूकता का संदेश दे रहे है। तो वही कोरोना माहमारी के ख़तरे से आगाह भी कर रहे है। माक्स पहने बकरे चर्चाओं का विषय बने हुए है। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जहां इंसान माक्स लगाने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा है तो वही ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी के लिए लाए गए बकरों को भी माक्स पहनाया गया है, ताकि कुर्बानी का जानवर कोरोना संक्रमण से बच सके। लगभग 5 दिन बाद ईद-उल-अजहा (बकरा ईद) का त्यौहार मनाया जाएगा, जिसमे बकरों की कुर्बानी की जाती है। जिसके चलते मुस्लिम समाज के लोग बकरों की खरीद-फरोख्त में लगें हुए है। रुड़की में कुछ लोगो ने अपने बकरों को माक्स पहनाया है जब उनसे बात कि गईं तो उन्होंने बताया कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बकरों को माक्स पहनाया गया है, उन्होंने बताया ये बीमारी जानलेवा बीमारी है। अन्य प्रदेशो से कई ऐसी खबरें सामने आई है। जहां पालतू जानवरों में कोरोना पाया गया है। इसी को देखते हुए कुर्बानी के जानवर को माक्स पहनाया गया है। ताकि वह सुरक्षित रहे। उन्होंने बताया कुर्बानी का जानवर दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश समेत अन्य जगहों से आते है। इसीलिए सुरक्षा के लिहाज से सावधानी बेहद जरूरी है।