आवारा पशु बन रहे परेशानी की वजह सड़कों पर लगातार घूमते आवारा पशु
लक्सर क्षेत्र में आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।वहीं इनकी संख्या बढ़ने से सड़कों पर रोड एक्सीडेंट भी बढ़े हैं।जिससे पशुओं के साथ-साथ वाहन स्वामियों की जान को भी खतरा बना रहता है।अभी कुछ दिन पहले किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से 2 पशुओं के पैर टूट गए थे।जिनको बचाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन दर्द से तड़प तड़प कर उन दोनों पशुओं की मौत हो गई।हालांकि लक्सर के कुछ समाजसेवी लोगों ने इन पशुओं को बचाने की बहुत कोशिश की उनके चारे आदि की भी व्यवस्था की गई।लेकिन फिर भी उन पशुओं को बचाया नहीं जा सका अक्सर देखने में आया है।यह पशु रात को सड़कों पर बैठे रहते हैं जिससे वाहन के पहिए इनके पैर कुचलते हुए निकल जाते हैं।जिससे ये पशु चलने फिरने में असमर्थ हो जाते हैं।तथा जल्द ही उनकी मौत हो जाती है हालांकि लक्सर क्षेत्र में कुछ गौशाला भी बनाई गई है। लेकिन वहां पर भी चारे की कमी के कारण यह पशु गौशाला से निकल कर सड़कों पर आ जाते हैं।और रोड एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं इसी को देखते हुए लक्सर उप जिलाधिकारी पुराण सिंह राणा से बात की उन्होंने बताया ऐसे पशुओं को लक्सर में बने गौशाला में छुड़वाया जाएगा। अगर फिर भी कोई पशु वहां से निकलकर सड़कों पर आ जाते हैं। तो ऐसे पशुओं के गले में पशु चिकित्सालय वे नगर पालिका से मिलकर रेडियम पट्टा जो कि रात को लाइट पड़ने पर दूर से ही चमकता है।ऐसे सभी पशुओं के गले में डाले जाएंगे जो रात को इधर उधर घूमते हैं।लक्सर उप जिलाधिकारी पुरान सिंह राणा ने विश्वास दिलाया है।जल्द ही ऐसे तमाम पशुओं के गले में रेडियम पट्टा डाला जाएगा।जिससे इनके साथ होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी।वही गौ रक्षा विभाग के प्रांत गोरक्षा प्रमुख राहुल सैनी ने बताया कि इस पर क्षेत्रीय विधायक को ध्यान देना चाहिए। ताकि गोवंश की रक्षा हो सके या गोवंश की रक्षा के लिए इन आवारा पशुओं को किसी गौशाला में शिफ्ट कराएं।ताकि एक्सीडेंट में कमी आ सके।