बारिश की मार झेल रहे दर्जन परिवार टैंटों में रहने को है मजबूर
पिथौरागढ़—— पिछले तीन महिनों से हो रही बारिश के कारण जहां जिले के अधिकांश क्षेत्रों में भारी नकुसान पहुंचा है। वही बेरीनाग विकास खंड के पांखू क्षेत्र में एक दर्जन गांवों में बारिश से भारी नकुसान हुआ है। जिससे दो दर्जन परिवार टैंटों में रहने को मजबूर है। किस तरह से टैंटों में रह रहे है। इसका हाल पिछले दिनों हमारे संवाददाता ने गांव में जाकर हाल देखा। कूूडी गांव के एक दर्जन परिवार गांव में भारी भूस्खलन और कई मकान खतरे में जद में आने के कारण प्रशासन ने गांव के पास में कुछ परिवारों को स्कूलों और तो कुछ परिवारों को टैंट में शिफ्ट कर दिया। पिछले एक महिने से ये परिवार टैंट में रह रहे है। अब इनके सामने भविष्य को लेकर चिंता सता रही है। टैंटों में रह रहे इन परिवार अब विस्थापित करने की मांग करने लगे ह। दो दशक पूर्व में इस गांव भी भारी आपदा आई थी। कराला महर में आपदा से भारी नुकसान पहुंचा है। यहां पर एक दर्जन परिवार टैंटों में रहने को मजूबर है। पिछले दिनों इस गांव के ग्रामीणों ने विस्थापित की मांग को लेकर तहसील मुख्यालय तक पहुंचे थे। ग्रामीणों ने बताया कि खतरे की जद में आये मकानों में रहना खतरे से खाली नही है। सरकार को हमारे रहने के लिए स्थाई तौर विस्थापित करने की कार्रवाई करनी चाहिए। हर वर्ष इसी तरह से आपदा के दौरान टैंटों में कब रहेगे। क्षेत्र में आपदा आने के बाद स्थानीय विधायक,ब्लाक प्रमुख,एसडीएम सहित कई अधिकारी आपदा प्रभावितों के पास पहुंचे और उनका दुख दर्द जाना और सरकार से मदद दिलाने का भरोसा दिलाने के साथ विस्थापित करने का आश्वासन भी दिया।
जिससे अब आपदा प्रभावित परिवारों को सरकार से भरोसा भी है। जिस तरह से हर वर्ष आपदा के कारण कई परिवार बेघर हो जाते है। कई लोगों का आसियाना नही रहता है।सरकार को इस तरह से खरते की जद में आये गांवों और टैंटों में रह रहे परिवारों का एक स्थाई व्यवस्था कर इनके विस्थापन पुनर्वास की कार्रवाई करनी चाहिए। नही तो हर वर्ष इसी तरह से लोगों के साथ सरकार को भारी नकुसान उठाना पडेगा।अब देखना होगा की सरकार किस तरह से आपदा प्रभावितों की मदद के लिए आगे आती है।