भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत 133 वें जन्मदिन पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने उनके चित्र पर किया श्रद्धा सुमन अर्पित
विधानसभा परिसर में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति के तत्वाधान में पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 133वें जन्म दिवस समारोह पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सहित कई अन्य लोगों ने पंडित जी के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति के तत्वाधान में हिमालयन अभ्युदय सामाजिक संस्थान ने विधानसभा परिसर में इस कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण के चलते मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रुप से पालन किया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत प्रतिभाओ का देश है और समय-समय पर महान लोगो ने यहाँ जन्म लिया है।उन्होंने कहा कि गोविन्द वल्लभ पन्त भारत के पूर्व प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी, वरिष्ठ भारतीय राजनेता, .महान् देशभक्त, कुशल प्रशासक, सफल वक्ता, तर्क के धनी एवं उदारमना थे। यही वे व्यक्ति है जिनको उत्तर प्रदेश का प्रथम मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हैं, मुख्यमंत्री के अलावा पन्त भारत के चौथे गृह मंत्री भी रह चुके हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने और जमींदारी प्रथा को खत्म कराने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। भारत रत्न का सम्मान उनके ही गृहमन्त्रित्व काल में आरम्भ किया गया था। बाद में यही सम्मान उन्हें उनके स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान देने, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा भारत के गृहमंत्री के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद जी द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान अग्रवाल ने कहा कि पन्त जी को साइमन कमीशन और नमक सत्याग्रह आंदोलनों में सरकार के बहिष्कार के जुर्म में जेल जाना पड़ा था।उन्होंने कहा कि आज भले ही पन्त जी हम सब के सामने नहीं है लेकिन उनके द्वारा किये गये कार्यो और देश के लिए उनके बहुमूल्य योगदान के लिए भारत रत्न गोविन्द बल्लभ पन्त को हमेशा याद रखा जाएगा।