एक बार फिर चर्चा में लक्सर तहसीलदार क्या है वजह पढ़िए पूरा मामला

लक्सर तहसीलदार सुशीला कोठियाल एक बार फिर चर्चाओं में आ गई है।इसी हफ्ते लक्सर के अधिवक्ताओं ने सुशीला कोठियाल की शिकायत उप जिलाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी मुख्यमंत्री राजस्व मंत्री व देश के प्रधानमंत्री तक की है।मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ की तहसीलदार महोदया ने दुकानदारों से दबाव बनाकर ₹70000 वसूलने एक घटना को अंजाम दे डाला। घटना की शिकायत दुकानदारों ने लक्सर उप जिलाधिकारी से की है। एसडीएम ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। हमने दुकानदारों के पास पहुंचकर उनसे बात की उन्होंने बताया कि लक्सर तहसीलदार हमारी दुकान पर आई और हमारी दुकानों के सामने पड़े बजरी व रेत की वीडियो बनाने लगी हमारे द्वारा कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे कार्यालय आ जाओ हम तहसीलदार के कार्यालय पहुंचे।तो वहां पहले से ही खड़े उनके कर्मचारियों ने कहा कि तुम लोग मैडम को 35 ₹35000 दे दो तो तुम्हारा कुछ नहीं होगा।और मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा।लेकिन जब हम कार्यालय के अंदर जाकर तहसीलदार से मिले उन्होंने कहा कि तुम्हारे पास कल तक नोटिस आ जाएंगे।हम वापस अपने घर आए और जैसे-जैसे पैसों का इंतजाम कर वापस पहुंचे।हमने तहसीलदार महोदय के सामने ₹70000 रख दिए तहसीलदार ने कहा कि जाओ माला निपट गया है।हमारे द्वारा पूरे मामले की शिकायत लक्सर उप जिलाधिकारी से की गई है। हमने मामले में लक्सर के उप जिलाधिकारी पुराण सिंह राणा से बात की उन्होंने कहा मामला संज्ञान में आ गया है।कुछ लोगों द्वारा शपथ पत्र लगाकर लक्सर तहसीलदार के खिलाफ शिकायत की गई है।मामले की जांच बहुत ही गहनता से की जाएगी।जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुरूप ही कार्रवाई की जाएगी।फिलहाल लक्सर तहसीलदार के ड्राइवर को हटा दिया गया है।तहसीलदार के ड्राइवर पवन त्यागी को तहसील अमीन के साथ लगाया गया है। मामला बहुत ही पेचीदा है अगर सरकारी दफ्तरों में बैठे अधिकारी इस तरह आम आदमी पर दबाव बनाकर पैसे वसूलने का काम करेंगे।तो आम आदमी शिकायत लेकर किसके पास जाएगा।उसे राहत कहां मिलेगी लक्सर तहसील में भ्रष्टाचार चरम सीमा पार कर चुका है।अब देखना होगा कि लक्सर उप जिला अधिकारी तहसीलदार सुशील कोठियाल के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं।