मगरमच्छ को पकड़ने पहुँची वनविभाग की टीम, बैरंग लौटी
रुड़की- रुड़की से सटे तेलीवाला गांव में एक तालाब में अधिक जलभराव होने से जहां ग्रामीण पहले ही परेशान है। तो वही तालाब में तीन मगरमच्छों ने डेरा डाले हुए है। मगरमच्छों का आतंक इतना है। कि दिन के उजाले में ही मगरमच्छ तालाब के पास बने घरों के बाहर आकर बैठ जाते है। जिसके कारण ग्रामीण दहशत में जीवनयापन करने को मजबूर है। ग्रामीणों द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों और सम्बंधित विभाग को शिकायत भी की लेकिन समस्या का समाधान नही हो पाया, कई बार वनविभाग की टीम मगरमच्छों को पकड़ने के लिए भी पहुँची लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा, इसी कड़ी में आज भी वनविभाग की टीम ग्राम तेलीवाला पहुँची जहां कई घण्टे रेस्क्यू किया गया लेकिन एक भी मगरमच्छ पकड़ में नही आया, और कई घण्टे मशक्कत के बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा। रुड़की से कुछ ही दूरी पर बसा गाँव तेलीवाला में पिछले कई सालों से ग्रामीण जलभराव और जानलेवा जानवर के ख़तरे से परेशान है, दरअसल गाँव मे एक तालाब है और पूरे गाँव का पानी उसी तालाब में इकठ्ठा होता है,अक्सर बरसात के दिनों में तालाब ओवरफ्लो हो जाता है और तालाब के आसपास बने मकान जलभराव की चपेट में आजाते है, लेकिन इस बार जलभराव के साथ साथ तालाब में मगरमच्छों ने डेरा डाला है, बताया जाता है कि तालाब में एक नही दो नही बल्कि पूरे तीन मगरमच्छ है, ग्रामीणों के मुताबिक़ मगरमच्छ दिन में ही घरों के सामने आकर सड़क पर बैठ जाते है। ग्रामीणों द्वारा कई बार वनविभाग को शिकायत कर समस्या के समाधान की गुहार लगाई, शिकायत पर वनविभाग कई बार उक्त तालाब पर पहुँचे और मगरमच्छों को पकड़ने की कोशिश की लेकिन हर बार टीम को खाली हाथ ही लौटना पड़ा, इसी कड़ी में आज फिर एक बार वनविभाग की टीम गाँव पहुँची और तालाब से मगरमच्छों को पकड़ने के लिए कई घण्टे रेस्क्यू चलाया लेकिन इस बार भी टीम को कामयाबी हाथ नही लगी, और कई घण्टे की मशक्कत के बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा, वही ग्रामीणों में अभी भी दहशत का माहौल व्याप्त है।