संजय झील के पुनरुद्धार के लिए महापौर ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के एडिशनल सचिव को सौंपा ज्ञापन
ऋषिकेश- प्रधानमंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम को लेकर तीर्थ नगरी पहुंचे राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन भारत सरकार के अधिकारियों ने आज दोपहर कार्यक्रम के समापन के पश्चात नगर निगम पहुंचकर महापौर अनिता ममगाई से विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली। नगर निगम महापौर ने नमामि गंगे योजना के अंतर्गत शहर में कराई जाए योजनाओं की जानकारी के अलावा विभिन्न प्रोजेक्ट के बारे में उन्हें विस्तृत जानकारी दी।इस मौके पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी ओपी शर्मा को संस्थान के महानिदेशक के लिए प्रेषित ज्ञापन भी महापौर द्वारा सौंपा गया। जिसमें बताया गया कि चार धाम के मुख्य द्वार ऋषिकेश का विशेष आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। नगर निगम योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के नाम से विख्यात तीर्थ नगरी को तीर्थाटन एवं पर्यटन के लिए विकसित करने में शिद्दत के साथ जुटा हुआ है।
लेकिन सीमित वित्तीय संसाधनों की वजह से शहर के ड्डीम प्रोजेक्ट संजय झील का पुनरूद्वार संभव नहीं हो पा रहा है। जबकि संजय झील का पौराणिक महत्व है एवं संजय झील से होकर रंभा नदी का पानी गंगा में मिलता है। वर्तमान में इसका निरंतर क्षय भी हो रहा है जोकि बेहद चितांजनक है। ज्ञापन में महापौर की ओर से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन भारत सरकार के महानिदेशक से उक्त योजना का सपना साकार करने के लिए शीघ्र अति शीघ्र डीपीआर तैयार करने की मांग की गई है। इस दौरान वी सी पुरोहित एमडी पेयजल निगम, आर के सिंह ए ई जल निगम, संजय सकलानी एस पी एम जी,एवं नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल भी मोजूद रहे।