लैंसडौन विधानसभा सीट से महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव युवा प्रदेश सचिव ने की अपनी-अपनी दावेदारी
2022 के विधानसभा चुनाव अभी दूर कांग्रेस पार्टी के दावेदार अभी से ठोक रहे हैं अपनी दावेदारी कि ताल। लैंसडाउन विधानसभा सीट से महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव ज्योति रौतेला और प्रदेश सचिव रंजना रावत ने की अपनी दावेदारी।
कोटद्वार/राकेश पंत– उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भले ही 1 साल से कम का समय शेष रह गया हो लेकिन वंही सत्ताधारी व विपक्षी दल 2022 के विधानसभा चुनाव में एक दूसरे को चुनावी पटखनी देने के लिए अपनी अपनी रणनीति बनाती नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस ने भी जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने और गुटबाजी रोकने की जिम्मेदारी विभिन्न विधान सभाओ मे विधानसभा प्रभारी बनाकर उनकी जिम्मेदारी तय कर दी जिसमें कांग्रेस अपने क्षेत्रीय नेताओ को एक मंच पर लाकर एकजुटता दिखाने मे सफल भी हो रही है। लेकिन पौड़ी जिले कि लैंसडाउन विधानसभा सीट पर कांग्रेस असमंजस की स्थिति में है। 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में कॉंग्रेस ने दमदार प्रत्याशी नही उतारने के कारण लैंसडौन की विधानसभा सीट को हाथ से गवाना पड़ा। दावेदारों की लंबी फेहरिस्त के चलते चुनावी टिकट की दौड़ का घमासान कैसा होगा इसकी आहट अभी से सुनाई देने लगी है। लेकिन अभी जंहा एक और पुरुष दावेदारों ने चुप्पी साधी हुई है वंही महिला दावेदार अपने को लैंसडौन विधानसभा की हेतिशी मानने से नही चूक रही है और खुलकर अपनी दावेदारी पेश कर रही है। वहीं 2012 में हार का मुंह देख चुकी है कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय सचिव ज्योति रौतेला ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक दिलीप रावत पर हमला बोलते हुए लैंसडौन विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर दी है। वंही लंबे समय से लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाती कांग्रेश की महिला प्रदेश सचिव रंजना रावत भी यह कहते हुए अपनी दावेदारी पेश कर दी कि दावेदारी सब कर रहे हैं दावेदारी करना सबका हक है आलाकमान जिस भी प्रत्याशी का नाम घोषित करेगा। हम सब उस प्रत्याशी को चुनाव जिताने भरसक कोशिश करेंगे। अब देखना यह होगा इन दावेदारों की दावेदारी कहीं आपसी गुटबाजी में ना बदल जाए जिसका खामियाजा 2022 के चुनाव पर पड़े इसको रोकने में कांग्रेस आलाकमान कैसे सफल होती है। यह आने वाला समय ही बता पाएगा