प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष के रूप किशोर उपाध्याय ने सरकार पर लगाया आरोप
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा चमोली रैणी गांव और तपोवन में जो आपदा आई है उस आपदा के ऑपरेशन में राज्य सरकार और एनटीपीसी के बीच तालमेल का अभाव दिख रहा है। भले ही सरकार ने सर्च ऑपरेशन किया लेकिन ऐसी स्थान पर किया जहां पर 74 लोग थे। लेकिन उस स्थान पर नहीं किया जहां पर काम करने वाले लोग थे। यही नहीं को काम किया गया वो भी विपरीत दिशा में किया गया। सरकार इस आपदा के ऑपरेशन में विफल रही है। सरकार ने बिना सोचे समझे काम किया है। किशोर उपाध्याय ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जो आपदा पीड़ित लोग हैं उनको सही मुआवजा नहीं मिल रहा है, और जिस तरीके से केदारनाथ की आपदा में पीड़ितों को मुआवजा दिया गया था उसी के अनुरूप 25% धनराशि बढ़ाकर राशि मिलनी चाहिए और जिस तरह से एनटीपीसी ने अपने कार्यकारिणी को के निधन पर 2 लाख रुपए आर्थिक सहायता आपदा पीड़ितों को देनी चाहिए। श्री किशोर उपाध्याय ने कहा कि हम को रैठी और तपोवन की आपदा से अभी भी सबक लेने की आवश्यकता है, और जो भी बड़े-बड़े बांध अभी बन रहे हैं या बन चुके हैं उनका सर्वे होना चाहिए l उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए बांधों की सुरक्षा के मानक क्या है, अभी तक प्रदेश सरकार यह स्पष्ट नहीं कर पाई है उसी का परिणाम है। आपदा राहत के लिए तपोवन में आपदा राहतकर्मी थे जो उस से जूझ रहे थे वह सही दिशा में काम नहीं कर पाए श्री किशोर उपाध्याय ने कहा की भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए जितने भी नए शहर हमारे बन रहे हैं विकसित हो रहे हैं उन शहरों का भी जल्दी कल सर्वे कराए जाने की आवश्यकता है सरकार भराड़ीसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की बात कर रही है। वहां का भी भूगर्भीय सर्वे होना चाहिए।