महाकुंभ मेले के लिए भगवान बदरीनाथ और हनुमान की पवित्र धर्म ध्वजा प्रेम नगर आश्रम में किया गया स्थापित
उत्तराखंड की देव डोलिया सबसे आकर्षण का केंद्र होती है। कुंभ मेले में कुमाऊं और गढ़वाल से देव डोलिया हरिद्वार आकर शाही स्नान करती है। देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति की ओर से महाकुंभ मेले के लिए भगवान बदरीनाथ और हनुमान की पवित्र धर्म ध्वजा प्रेम नगर आश्रम में स्थापित की गई। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत, कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल और साधु संत मौजूद रहे। धर्म ध्वजा स्थापना के लिए वैदिक रीति रिवाज से कलश पूजन विष्णु सहस्रनाम और हनुमान चालीसा का पाठ कर यजमानों ने धर्मध्वजा स्थापित की। महिलाओं ने मंगलगीत व देवस्तुति गीत गाकर वातावरण को धार्मिक आस्था के रंग में रंग दिया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि देव डोली धर्म ध्वजा स्थापना में संत समाज उपस्थित रहा है। सभी के द्वारा आशीर्वाद दिया गया है. कुंभ मेले में शाही स्नान करने 25 अप्रैल को उत्तराखंड से देव डोलियां हरिद्वार आएगी और इसके माध्यम से उत्तराखंड की देव संस्कृति की झलक कुंभ में देखने को मिलेगी. कोरोना महामारी के कारण जो लोग चारों धाम नहीं जा सके थे, उनके लिए चारों धाम की देव डोलिया कुंभ मेले में आकर गंगा स्नान करेगी और यहीं पर उनके देव दर्शन किए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में दशहरे का मेला होता है. वहां भी सभी देवी देवता उपस्थित होते हैं.देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि कुंभ मेल में 350 से ज्यादा देव डोलिया आएगी. 1200 से ज्यादा देवी देवताओं की निशानी हरिद्वार आएगी. 23 तारीख को उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों से देव डोलिया ऋषिकेश पहुंचेगी. 24 तारीख को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में देव डोलियों का पूजन किया जाएगा और उसके बाद भव्य रूप से देव डोलियों को हरिद्वार लाया जाएगा. 25 अप्रैल को ब्रह्म मुहूर्त में देव डोली हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करेगी.