कल से सभी शिक्षक जायेंगे स्कूल,दूर दराज के विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षक
देहरादून-उत्तराखंड सरकार ने कल से 1 से 12वीं तक के सभी अध्यापकों को स्कूल में उपस्थित होने का आदेश जारी कर दिया है,हालांकि अभी छात्रों को स्कूल नही बुलाया जायेगा, अभी इस पर फैसला होना बाकी है कि आखिर छात्रों को कब से स्कूल में पढ़ाई शुरू की जाय।वही सरकार ने अब सरकारी स्कूलों जो अटल उत्कृष्ट विद्यालय की श्रेणी में आते हैं वहां पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू करवाई जाएगी, साथ ही दूर दराज के स्कूलों में सेवा देने वाले अध्यापकों की एक साल की सेवा को दो साल माना जायेगा। उत्तराखंड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर आई है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कल से स्कूल खोले जाने को लेकर निर्देश दिए,और आज शाम तक आदेश भी जारी कर दिए जाएंगे, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को खोले जाने के निर्देश दिए हालांकि स्कूल केवल शिक्षकों के लिए खुलेंगे छात्रों के लिए अभी स्कूल नहीं खोले जाएंगे शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाई करने के भी निर्देश दिए जाएंगे वही ऑनलाइन पढ़ाई के तहत गूगल प्ले स्टोर से भी छात्रों को पढ़ाई का ऑप्शन दिया जाएगा। छात्रों के लिए स्कूल आने को लेकर शिक्षा मंत्री का कहना है कि इसको लेकर मुख्यमंत्री के साथ वार्ता कर फैसला लिया जाएगा कि आखिर छात्रों के लिए कब से स्कूल खोले जाएंगे।
इसके अलावा आज प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में आनलाइन बैठक में अटल उत्कृष्ठ विद्यालय की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में कहा अटल उत्कृष्ठ विद्यालयों के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे। इस परियोजना का द्वितीय फेज भी प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसके अन्तर्गत जितने भी माध्यमिक स्कूल सी0बी0एस0सी0 के मानक को पूरा करते हैं, उन्हें शामिल किया जायेगा। इनसे सम्बन्धित विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की जायेगी, इसके लिए शिक्षा विभाग में अंग्रेजी माध्यम में दक्ष शिक्षकों का चयन किया जायेगा। इससे संबंधित दुर्गम, अति दुर्गम क्षेत्र में सेवा करने वालों की सेवा एक वर्ष के स्थान पर दो-गुना गणना की जायेगी। मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए गेस्ट फेकल्टी गुण-दोष के आधार पर लाई जायेगी। सचिव को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि समस्त बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बनाई जाय।