यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 12000000 रुपए के गवर्नर का हुआ खुलासा
टिहरीः जिले के प्रतापनगर विधानसभा के अंतर्गत मदन नेगी क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 1 करोड़ 20 लाख रुपए के गबन का खुलासा हुआ है। खाता धारक दौलत सिंह रावत समेत ग्रामीणों ने आरोप लगाया है, कि कैशियर सोमेश डोभाल ने बैंक के ग्राहकों के एफडी और खातों से रकम निकाल कर गबन किया है। घोटाले की सच्चाई सामने आने के बाद बैंक का कैशियर दो दिन से लापता है।मदन नेगी क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में ग्रामीणों के करोड़ों रुपए का गबन किया गया है। कई गामीणों की एफडी से धनराशि गायब है और कई ग्रामीणों की एफडी पर कैशियर सोमेश डोभाल ने लोन भी ले रखा है। सांदणा गांव निवासी दौलत सिंह रावत ने बताया कि उनके पिता धूम सिंह रावत के नाम पर 18 लाख रुपए की एफडी थी। इस एफडी पर ही कैशियर सोमेश डोभाल ने खुद 12 लाख रुपए का लोन ले रखा था। ग्रामीण पदम सिंह रावत की तीन लाख की एफडी में रुपए ही नहीं थे और ना ही उन्हें एफडी के कागज दिए गए। इसी तरह भूरी देवी की 16 लाख की एफडी, महावीर की 10 लाख की एफडी, गैणा न्यूली की 4 लाख, बचन सिंह पंवार की तीन लाख और गणेश चमोली की तीस लाख रुपए की एफडी की धनराशि भी गायब है। बैंक उप प्रबंधक संजय उपाध्याय देहरादून से मदन नेगी क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में जांच के लिए पहुंचे। जांच के पहले दिन में 1 करोड़ 20 लाख का घपला पाया गया है। इसके अलावा कल भी जांच जारी रहेगी. उप प्रबंधक संजय उपाध्याय ने बताया कि ब्रांच मैनेजर राहुल शर्मा और कैशियर सोमेश डोभाल को निलंबित कर दिया गया है. पूरी रिपोर्ट उच्च अधिकारी को दे दी गई है. इनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी। कैशियर सोमेश डोभाल अभी फरार चल रहा है साथ ही कहा कि पहले दिन की जांच में एक करोड़ 20 लाख से ऊपर का गबन सामने आया है। अभी जांच आगे बढ़ेगी, धनराशि भी बढ़ सकती है