देहरादून पुलिस लाइन में बढ़ते नशे के निवारण के लिए आयोजित की कार्यशाला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशन में देहरादून में नशे के विरुद्ध व्यापक स्तर पर चलाये जा रहे अभियान में अपना सहयोग प्रदान करने तथा लोगो के मध्य नशे के विरुद्ध जागरुकता उत्पन्न करने के उदेश्य से पी0पी0एस0 (रिटायर्ड) ऑफिसर्स वेल फेयर एसोसिएशन द्वारा पुलिस लाईन देहरादून में उत्तराखण्ड में नशा खोरी की बढ़ती प्रवृत्ति तथा ड्रग्स के दुरुपयोग के कारण और निवारण के सम्बन्ध में कार्यशाला आयोजित की गयी। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में श्री सुबोध उनियाल, माननीय वन मंत्री उत्तराखण्ड तथा विशिष्ठ अतिथि के रुप में श्री के0एस0 नगन्याल (पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र) ,श्री सुनील उनियाल गामा (मेयर नगर निगम देहरादून) सम्मलित हुये। कार्यक्रम के दौरान डा0 विनित (मनोचिकित्सक) , श्री देवानन्द (सहायक निदेशक नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यरो), डा0 विशाल धीमान (मनोचिकित्सक), प्रो0 बीना कृष्णा व कार्यक्रम में आये अन्य प्रवक्ताओं द्वारा उपस्थित स्कूली छात्र –छात्रओ को नशे के दुसप्रभाव तथा इससे समाज पर पड़ने वाले असर के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा युवाओ के बीच बढ रही नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुये वर्तमान में जनपद पुलिस द्वारा नशे के विरुद्ध छेड़ी गयी मुहिम के सम्बन्ध में उपस्थित छात्र –छात्राओ व अन्य महानुभावो को जानकारी दी गयी। महोदय द्वारा बताया गया कि नशा एक समाजिक बुराई है तथा इस बुराई से लडने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को एकजुट होना होगा तभी इस अभिशाप को ज़ड़ से खत्म किया जा सकता है। नशा जहाँ शरीर के लिए खतरनाक है, वही अपराध का भी एक मुख्य कारण है। ड्रग्स सेवन युवा वर्ग की प्रमुख एंव व्यापक समस्या है, इस समस्या से जहाँ परिवार विघटित हो रहे है, वही समाज भी सक्रमित हो रहा है। यह एक ऐसा दलदल है, जिसमें धसने वाला खुद तो तबाह होता ही है, साथ ही उसका पूरा परिवार भी तबाह हो जाता है। अनेक युवा, जो किसी कारणवश नशे की लत में पड जाते है, वह उसकी पूर्ती के लिए आपराधिक वारदातो को भी अंजाम देने से भी नही हिचकते। समाज से नशा रुपी इस अभिशाप को खत्म करने में परिवार व शिक्षको की भूमिका महत्तवपूर्ण है। आज के समय में अभिभावको द्वारा अपने बच्चो को उतना समय नही दिया जा रहा है, जितना उन्हे देना चाहिये, जिससे बच्चे और अभिभावकों के मध्य एक दूरी बन गयी है, जिस कारण बच्चे खुल कर अपनी बात अपने अभिभावको को नही बता पा रहे है तथा युवावस्था की दहलीज पर आते ही नशे की ओर खिचे चले जा रहे है। देहरादून पुलिस द्वारा अब तक लगभग 8 हजार ऐसे युवाओं/ व्यक्तियों के चिन्हित किया गया है, जो नशे के आदि हो गय़े है तथा उनके अभिभावको, चिकित्सको तथा अन्य समाजिक सस्थाओ के साथ मिलकर ऐसे युवकों/व्यक्तियो की काउन्सलिग करते हुये उन्हे समाज की मुख्य धारा में जोडने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान महोदय द्वारा रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों द्वारा जनपद पुलिस के सहयोग के लिए कार्यशाला के माध्यम से नशे के विरुद्ध किये गए इस प्रयास की सराहना की तथा नशे के विरुद्ध जारी इस अभियान में सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों के अनुभवो को शामिल करते हुये नशा मुक्त तथा अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए सभी को साथ लेकर एक सार्थक प्रयास करने की बात कही गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सुबोध उनियाल (माननीय वन मंत्री), श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परीक्षेत्र महोदय व अन्य वक्ताओं द्वारा भी अपने विचार व सुझाव रखे। कार्यक्रम के दौरान श्री बीबीडी जुयाल (उपाध्यक्ष, पीपीएस (रिटायर्ड) ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन) के द्वारा उपस्थित महानुभावो व स्कूली छात्र-छात्राओं का नशे के विरुद्ध जारी इस जंग में शामिल होने के लिए उनका आभार व्यक्त किया गया तथा एसोसिएशन की ओर से जनपद पुलिस द्वारा समाज की बेहतरी के लिए उठाये जा रहे सभी सुधारात्मक कदमों में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
उक्त कार्यक्रम के दौरान श्री सुबोध उनियाल, (माननीय वन मंत्री), श्री सुनील उनियाल गामा (मेयर नगर निगम देहरादून), श्री करन सिंह नगन्याल, (पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परीक्षेत्र), श्री दलीप सिंह कुँवर, (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून) सहित अन्य सम्मानित अतिथियों व विभिन्न स्कूलों से आए छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।