उत्तराखंड मे प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है देश विदेश

अल्मोड़ा: उत्तराखंड में कई ऐसे भी शिवालय हैं। जहां पर लोगों की एक अटूट आस्था है। उन्हीं में से एक है जागेश्वर धाम, जहां शिवत्व का अहसास होता है। जागेश्वर धाम को भगवान भोलेनाथ की तपोस्थली के रूप मे माना जाता है। यहाँ पर ये माना जाता है कि सबसे पहले लिंग के रूप में महादेव की पूजा की परंपरा यहीं से शुरू हुई थी। इसी धाम में बॉलीवुड की फेमस फिल्म विवाह की शूटिंग भी हुई थी। वही मंदिर का पौराणिक महत्व होने के कारण लोगों की अगाध श्रद्धा का केंद्र है। बाबा जागेश्वर धाम में सावन माह में पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है। यहां मुख्य मंदिरों में योगेश्वर मंदिर, चंडी का मंदिर, कुबेर मंदिर, मृत्युंजय मंदिर,नव दुर्गा मंदिर नवग्रह मंदिर, पिरामिड मंदिर, पुष्टि देवी मंदिर, लकुलीश मंदिर, बालेश्वर मंदिर, केदारेश्वर मंदिर शामिल हैं. भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी इसी मंदिर में फलित माना जाता है। यहाँ पर ये मान्यता है कि यहां भगवान शिव व सप्तऋषियों ने भी तपस्या की थी। इसलिए मंदिर में महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराने लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं।