कुमाऊं विश्वविद्यालय में परीक्षाओं को लेकर उठने लगे सवाल
नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय की जुलाई माह में होने वाली परीक्षाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं आपको बता दें कि यूजीसी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय ने 1 जुलाई से परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया है जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रसंघ के लोग विरोध पर उठ खड़े हुए हैं छात्रों ने विश्वविद्यालय पर आरोप लगाते हुए कहा कि 24 मार्च से अब तक कुमाऊं विश्वविद्यालय ऑनलाइन पर एजुकेशन बिल्कुल फेल रहा है छात्र संगठन का कहना है कि गणित कॉमर्स व टेक्निकल सब्जेक्ट विषय को पीडीएफ के माध्यम से कैसे बढ़ाया जा सकता है साथ ही छात्रों ने कहना है कि दूर दराज के गांव में रहने वालों छात्रों को नेटवर्क ना होने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। छात्र संगठन का कहना है कि लॉक डाउन होने की वजह से काफी छात्र अपने घर दूसरे राज्यों और जिलों में चले गए है। दूसरे राज्यों से परीक्षाओं में आ पाना इतनी जल्दी सम्भव नही है। लिहाजा परीक्षाएं विलम्ब से करायी जाए। वहीं कुलपति एनके जोशी ने कहा कि कोविड-19 की स्थिति सुधारने के बाद ही 1 जुलाई से परीक्षाएं संचालित की जाएंगी। कुलपति ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि जो भी निर्णय लिया जाएगा वह छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। छात्रों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है।