मुनि चितानंद स्वामी स्वर्गाश्रम की 148 नाली विवादित भूमि के मामले पर हाईकोर्ट में हुई सुनवाई
नैनीताल हाईकोर्ट ने मुनि चितानंद स्वामी स्वर्गाश्रम की 148 नाली विवादित भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित किए जाने के सम्बन्ध में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए याचिकर्ता से कोर्ट ने पूछा है कि संविधान के अनुच्छेद 226 में इस जमीन को पब्लिक ला रैमिडी में कैसे किया जा सकता है और यह भी पूछा है कि इस भूमि को सरकार को कैसे हस्तांतरित किया जा सकता है इसका जवाब 8 जून तक कोर्ट को बताएं। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायधिश रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ में हुई।
मामले के अनुसार हाई कोर्ट के अधिवक्ता हरिद्वार निवासी विवेक शुक्ला ने जनहित याचिका कर कहा है कि मुनि चितानन्द स्वामी के स्वर्गआश्रम की 148 नाली विवादित भूमि जिसकी कीमत लगभग 3 सौ करोड़₹ है पर स्वर्गाश्रम बनाया गया है जो कि किसी साहू राम नारायण दास के नाम दर्ज है जिसे वे संत सुखदेव स्वामी को देना चाहते थे लेकिन उन्होंने उक्त जमीन दान में ना लेकर उसे एक ट्रस्ट बना दिया. सन 1972-73 में मुनि चिदानंद ने इस जमीन को अपने नाम कराकर उस पर आश्रम बना दिया । याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि इस भूमि को सरकार को हस्तांतरित कर जनता हित के लिए उपयोग में लाया जाए।
127093 754982extremely nice post, i definitely enjoy this fabulous site, persist with it 752339
154147 655549Soon after study some with the weblog posts within your internet site now, and i genuinely such as your technique for blogging. I bookmarked it to my bookmark website list and are checking back soon. Pls appear into my internet site likewise and make me aware what you consider. 808382
427422 101954Dude. You mind if I link to this post from my own internet site? This is just too awesome. 919367
892193 321697Hey mate, .This was an superb post for such a hard subject to speak about. I look forward to seeing many a lot more outstanding posts like this one. Thanks 191945
812162 880547I adore reading through and I believe this website got some genuinely utilitarian stuff on it! . 195327
137605 395906I enjoy, result in I discovered exactly what I was having a look for. 957705
430282 162983I got what you intend,bookmarked , very decent site. 795287
980981 186337You appear to be very specialist inside the way you write.::~ 483145
437653 534894Hmm, I never thought about it that way. I do see your point but I believe several will disagree 310746
162532 973284Das beste Webdesign Berlin erhalten Sie bei uns, genauso wie professionelles Webdesign. Denn wir sind die Webdesign Agentur mit pfiff. 582270
678228 929911U never get what u expect u only get what u inspect 988038