कोरोना काल में उर्जा विभाग को हो रहा घटा, विभाग बकायेदारों से अभियान चलाकर वसूल रहे बकाया
कोरोना काल मे जहां तमाम व्यवस्थाएं पटरी से उतरी हुई है तो वही ऐसे में ऊर्जा निगम भी कोरोना के संकट से अछूता नही है, विभागीय कर्मचारी कोरोना माहमारी के बीच पूरी मुस्तैदी से अपने फ़र्ज़ को अंजाम दे रहे है लेकिन कोविड-19 के चलते ठप हो चुके कारोब के कारण लोग विधुत बिल जमा कराने में दिलचस्पी नही दिखा रहे है, जिसके चलते विधुत विभाग पर बकाया रिकवरी का संकट बना हुआ है। ऊर्जा निगम के अधिकारी तीन माह के टारगेट को भले ही पूरा ना कर पाए हो लेकिन एक बड़ी रकम रिकवरी करने की उपलब्धि हासिल जरूर की है। ऊर्जा निगम ने बकायदारों से पिछले तीन माह में 104 करोड़ रुपये की रिकवरी की है। बकायेदारों के खिलाफ ऊर्जा निगम लगातार अभियान चला रहा है। पिछले तीन महीने में ऊर्जा निगम का 170 करोड़ की वसूली का लक्ष्य था लेकिन वह 104 करोड़ ही वसूल पाए है, जिसमे टारगेट के मुताबिक़ अभी भी 66 करोड़ वसूला जाना है। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता का कहना है कि कोरोना जैसी महामारी में उपभोक्ता बकाया देने में कम इंट्रेस ले रहे है, वही औद्योगिक क्षेत्रों में अब वसूली में तेजी आई है और लगातार अभियान चलाया जा रहा साथ ही बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए पिछले महीने 50 लोगों के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है, साथ ही कर्मचारी लगातार हाई रिस्क में काम कर रहे है और अभियान में तेज़ी के साथ लक्ष्य पूरा करने में जुटे है।