कोरोना संकट काल में सरोवर नगरी में नाव चालक परेशान

कोरोना संकट काल से जहाँ पूरी दुनिया मुश्किल दौर से गुजर रही है वही इसका असर उत्तराखंड के नाव चालकों पर भी पड़ा है। यहाँ के मुख्य आकर्षण नैनीझील को भी सैलानियो के साथ ही अच्छे दिनों का इंतजार है।
लॉक डाउन के बाद वीकेंड के दौरान सरोवर नगरी नैनीताल में एक्का दुक्का पर्यटक नजर आ रहे हैं और सरोवर नगरी की नैसर्गिक सुंदर का लुफ्त उठा रहेे हैं जहां मैदानी क्षेत्रों में पारा आसमन को छू रहा है तो वही नैनीताल का मौसम सुहाना बना हुआ है वही नैनीताल पहुंचे पर्यटक को का कहना है की वे नैनीताल के सुहाने मौसम का लुफ्त उठा रहे मगर नैनीताल आने के बाद नौकायन बंद होने के चलते नौकायन का लुफ्त नहीं उठा सके। नैनीझील में सैलानियो को नौका विहार करा कर अपना जीवन यापन करने वाले लगभग 300 लोगों के सामने भी दो वक्त की रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
आपको बता दे कि नैनीताल की खूबसूरत नैनीझील में 312 नावों का संचालन होता है और नाव चलाने वाले लोग नेपाल व विहार के साथ ही पहाड़ो के है जो इसी काम पर निर्भर रहते है और अपने परिवार का भरण पोषण करते है। ऐसे में नाव कारोबारियों को अब सिर्फ सरकार से उम्मीद है कि वो इनकी तरफ भी अपनी नजरें इनायत करे और इस कारोबार से जुड़े करीब 600 परिवारों की सुध ले। नाव चालक समिति के अध्यक्ष राम सिंह का कहना है कि सरकार हमारी तरफ भी ध्यान आकर्षित करे।साल में दो बार नाव की रिपेयरिंग की जाती है जिससे उसे सड़ने गलने से बचाया जा सके। और सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करे ताकि रोज़ी मिल सके। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार नाव चलाने की अनुमति दे जिससे रोज़ी रोटी का संकट दूर हो सके।